नई पुस्तकें >> वर्तमान सन्दर्भ में वैदिक मूल्य वर्तमान सन्दर्भ में वैदिक मूल्यनाहीद आबिदी
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वेद भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं। ये मानव जाति के लिए प्रकाश-स्तंभ हैं। वेद किसी एक मानव समाज का ग्रंथ नहीं हैं, अपितु संसार के सभी मनुष्यों के कल्याण के ग्रंथ हैं। वेद अध्यात्म के साथ व्यवहार का तथा परलोक के साथ इहलोक का मंजुल सामंजस्य अपने भव्य उपदेशों से प्रस्तुत करता है। वेद ज्ञान के अथाह भंडार हैं। इनमें ज्ञान और विज्ञान की सभी विधाओं का उल्लेख है। लेखिका का इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य यह है कि यदि हम सब वेदाध्ययन कर उसे अपने जीवन में ढालें तो आज की वर्तमान सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है। प्रस्तुत पुस्तक इन्हीं सब बातों को सामने लाने का तथ्यपूर्ण एवं विद्धत्तापूर्ण प्रयास है। प्रस्तुत पुस्तक छह अध्यायों में विभक्त है। प्रत्येक अध्याय में, वेदों में, विभिन्न विषयों पर लिखे मंत्रों के आधार पर, वर्तमान जीवन-मूल्य और जीवन-संदर्भों की व्याख्या की गई है। दृष्टांतस्वरूप, वेदों में नारी एवं वर्तमान समाज में नारी; वेदों में विश्वबंधुत्व की परिकल्पना; वेदों में शल्य चिकित्सा, कृषि, विज्ञान, शिल्प आदि; अथर्ववेद में पर्यावरण संरक्षण, मानवीय मूल्य, आयुर्वेदिक चिकित्सा आदि। कहा गया है कि जिस वस्तु का ज्ञान प्रत्यक्ष या अनुमान से भी संभव नहीं है, उसका ज्ञान वेद से हो जाता है। वेद-ज्ञान की पृष्ठभूमि में, इस पुस्तक में, ऐसे ही वैदिक मूल्यों-संदर्भों की अर्थवत्ता और प्रासंगिकता को समझने का प्रयत्न दिखता है।
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